शब्द सम्मान 2019

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नई दिल्ली । 30 जनवरी,2023 को एक भव्य समारोह में अमर उजाला शब्द सम्मान दिए जाएंगे। इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे विख्यात सरोद वादक अमजद अली खान। यह समारोह नई दिल्ली के जनपथ स्थित आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित होगा।

गौरतलब है कि लेखन और जीवन के समग्र अवदान के लिए इस वर्ष अमर उजाला का सर्वोच्च शब्द सम्मान ‘आकाशदीप’ हिंदी में प्रख्यात कथाकार शेखर जोशी और हिंदीतर भाषाओं में उड़िया की विख्यात रचनाकार प्रतिभा राय को दिया जाएगा। 21 जनवरी 1943 को जगतसिंहपुर ओडिशा में जन्मी प्रतिभा राय को अप्रतिम उड़िया रचनाकर्म के जरिये भारतीय साहित्य-संस्कृति को समृद्ध करने के लिए और 10 सितंबर, 1932 को अल्मोड़ा जनपद में जन्मे शेखर जोशी को हिंदी कथा लेखन क्षेत्र में विलक्षण योगदान के लिए यह सम्मान अर्पित होगा। आकाशदीप के अंतर्गत हिंदी के साथ पहले कन्नड़, मराठी तथा बांग्ला भाषा को लिया जा चुका है, इस वर्ष उड़िया को चुना गया है।

भारतीय भाषाओं के सामूहिक स्वप्न के सम्मान में अमर उजाला फाउंडेशन ने शब्द सम्मानों की स्थापना की है। सर्वोच्च ‘आकाशदीप’ अलंकरण हिंदी और अन्य भारतीय भाषा के एक-एक साहित्य मनीषी को अर्पित किया जाता है। अलंकरण में पांच-पांच लाख रुपये की राशि, प्रशस्ति पत्र और प्रतीक के रूप में गंगा प्रतिमा सम्मिलित हैं।

इस क्रम में अब तक हिंदी के लिए नामवर सिंह, ज्ञानरंजन तथा विश्वनाथ त्रिपाठी को और हिंदीतर भाषाओं के लिए गिरीश कारनाड (कन्नड़), भालचंद्र नेमाड़े (मराठी) तथा शंख घोष (बांग्ला) को सर्वोच्च सम्मान दिया जा चुका है।

याद रहे, शब्द सम्मान-22 के तहत कोरोना की परिस्थितियों के चलते संयुक्त वर्ष 2020-21 में प्रकाशित श्रेष्ठ हिंदी कृतियों को विचारार्थ लिया गया था। इन सम्मानों में एक-एक लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र और गंगा प्रतिमा सम्मिलित हैं। इस सिलसिले में छाप: कविता वर्ग में पूनम वासम के संग्रह ‘मछलियां गाएंगी एक दिन पंडुम गीत’, कथेतर वर्ग में सुधीर चंद्र की कृति ‘भूपेन खक्खर..एक अंतरंग संस्मरण’ तथा कथा वर्ग में चंदन पांडेय की किताब ‘वैधानिक गल्प’ को यह सम्मान दिया जाएगा।

थाप (किसी रचनाकार की पहली किताब) सम्मानअणुशक्ति सिंह की कृति ‘शर्मिष्ठा’ को मिलेगा। इसी के साथ, भाषा-बंधु (भारतीय भाषाओं में अनुवाद) सम्मान नादिया मुराद की अंग्रेजी कृति ‘द लास्ट गर्ल’ के हिंदी अनुवाद के लिए आशुतोष गर्ग को दिया जाएगा।

शब्द सम्मान

 

  • सर्वोच्च
    सम्मान

    आकाशदीप

    यह सर्वोच्च अलंकरण किसी भी सर्जक के समग्र अवदान, अनवरत रचनाधर्मिता और मानवीय मूल्यों के संवर्धन में श्रेष्ठतम भूमिका के सम्मान में अर्पित किया जाता है। यह सर्वोच्च सम्मान हिंदी और एक अन्य भारतीय भाषा की विभूति को दिया जाता है। सतत राह दिखाने वाली रोशनी का प्रतीक आकाशदीप अलंकरण- पांच-पांच लाख रुपए की सम्मान राशि के साथ प्रदान किया जाता है। वर्ष २०१८ के लिए डॉ नामवर सिंह को हिंदी और श्री गिरीश कारनाड को हिन्दीतर भारतीय भाषा (कन्नड़) के अंतर्गत आकाशदीप अर्पित किया गया। वर्ष २०१९ का आकाशदीप सम्मान श्री ज्ञानरंजन को हिन्दी के लिए और श्री भालचंद्र नेमाड़े को हिन्दीतर भारतीय भाषा (मराठी) के लिए दिया गया था। वर्ष २०२० के लिए प्रख्यात आलोचक श्री विश्वनाथ त्रिपाठी को हिंदी और हिंदीतर भाषाओँ में बांग्ला के विख्यात कवि श्री शंख घोष को दिया गया था।

  • प्रथम कृति
    सम्मान

    थाप

    हिंदी में किसी भी रचनाकार की पहली प्रकाशित मौलिक कृति के लिए यह सम्मान, रचनाकर्म की पहली थाप को समर्पित है। उम्र की इसमें कोई सीमा नहीं है और सम्मान राशि एक लाख रुपए है। ये विधाओं में से अंतरित क्रम से दिए जाते हैं। २०१८ में कथा विधा चुनी गई थी और यह सम्मान प्रवीण कुमार को उनकी कृति ‘छबीला रंगबाज़ का शहर’ के लिए दिया गया। २०१९ के लिए कविता विधा की पहली किताब विचारार्थ ली गई और अंबर पाण्डेय को ‘कोलाहल की कविताएं’ के लिए सम्मानित किया गया। २०२० में कथेतर श्रेणी (रिपोर्ताज, व्यंग्य, निबंध, यात्रा वृत्तांत, पत्रकारिता, संस्मरण, आलोचना, मानविकी आदि सम्मिलित) की पहली किताब पर विचार किया गया। इस वर्ष थाप सम्मान ललित कुमार को उनकी रचना ‘विटामिन जिंदगी’ के लिए दिया गया था।

  • श्रेष्ठ कृति
    सम्मान

    छाप

    हिंदी की तीन श्रेणियों - कथा(कहानी/उपन्यास), कविता तथा गैर-कथा (रिपोर्ताज, व्यंग्य, निबंध, यात्रा वृत्तांत, पत्रकारिता, संस्मरण, आलोचना, मानविकी आदि सम्मिलित) में वर्ष की ऐसी श्रेष्ठ कृतियों को जो गहरे तक अपनी छाप छोड़ गई हों, विशिष्ट सम्मान से अलंकृत किया जाता है। प्रत्येक श्रेणी की सम्मान राशि एक लाख रुपए है। कथा श्रेणी में कहानी /उपन्यास अंतरित क्रम से लिए जाते हैं। प्रथम वर्ष कहानी और दूसरे वर्ष उपन्यास को लिया गया था। २०२० के कहानी विधा की कृतियां विचारार्थ ली गई।

    वर्ष २०१८ में श्रेष्ठ कृति सम्मान छाप - कथा श्रेणी में मनीष वैद्य को ‘फुगाटी का जूता’, कविता श्रेणी में आर. चेतनक्रांति को ‘वीरता पर विचलित’ और कथेतर श्रेणी में अनिल यादव को ‘सोनम गुप्ता बेवफा नहीं है’ के लिए सम्मानित किया गया।

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  • अनुवाद
    सम्मान

    भाषा बंधु

    भारतीय भाषाओं में पारस्परिक अनुवाद के महत्व को रेखांकित करते हुए अमर उजाला शब्द सम्मान में राष्ट्रीय एकता के लिए भाषा बंधु अलंकरण की परिकल्पना की गई है। मानवीय मूल्यों के अनुभव क्षेत्र को वृहत्तर करते हुए सांस्कृतिक बंधुत्व के इस उल्लेखनीय कार्यभार हेतु श्रेष्ठ कृति पर एक लाख रुपए की सम्मान राशि प्रदान की जाती है।

    वर्ष २०१८ में भाषाबंधु श्रेष्ठ अनुवाद के लिए गोरख थोरात को देखणी (मराठी मूलकृति : भालचंद्र नेमाड़े) के लिए, वर्ष २०१९ में उत्पल बैनर्जी को निःशब्द की तर्जनी (बांग्ला मूलकृति : शंख घोष) के लिए सम्मानित किया गया और वर्ष २०२० में जे.एल. रेड्डी को भू-देवता (तेलुगु मूलकृति : केशव रेड्डी) के लिए सम्मानित किया गया था।

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